काफ़ी ✍❤

यूं मोहल्ले का पता नहीं मुझे
तुम मेरे दिल की आवाज़ सुन लो वहीं काफ़ी है ।।
यूं कोई नहीं है मेरा इस जहा में तेरे सिवा
तुम मेरे दिल के धड़कने की आवाज़ सुन लो वहीं काफ़ी है ।।

                            "सूरज"
                           ✍✍✍

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