एक नया चेहरा ✍️✍️

खुद कि ही गलियों में हमेशा बैगाना रहता हूं 
कोन जानेगा मेरे दर्द के आलम को
की मैं रहूं यहां या ना रहूं,
क्योंकि यहां हर एक चेहरे के पीछे एक नया चेहरा 
छुपा रहता है ।
                                                   #सूरज ✍️✍️

Comments

Popular Posts