यादें ✍️✍️
तेरे दीदार में मैने शामे काटी हैं
फिर से तु अपने ना होने का वो बाते याद दिलाई हैं,
आजकल तेरे बग़ैर सुबह शाम ऐसे कटती हैं
जैसे चाय रखीं हों सामने और बिस्किट का प्लेट ही खाली हो ।
~सूरज~
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